Himachal Pradesh Floods Cloudburst News Update – हिमाचल प्रदेश एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तेज बारिश के कारण तीन बार बादल फटे, नौ जगहों पर अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) और तीन स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। इन घटनाओं में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक व्यक्ति घायल बताया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, कुल्लू जिले से तीन और कांगड़ा जिले से लगभग छह लोग लापता हैं। इनकी तलाश के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), होम गार्ड्स और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें लगातार सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। अब तक 21 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

Himachal Pradesh Floods Cloudburst News Update
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हालात की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए और यह सुनिश्चित करने को कहा कि खराब मौसम को देखते हुए आम जनता के लिए 24 घंटे मदद उपलब्ध हो।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उन लोगों की पहचान करने का आदेश दिया है, जो नदी किनारे या अन्य जोखिम भरे इलाकों में रह रहे हैं—खासतौर से प्रवासी मजदूरों को—और उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मूसलाधार बारिश ने कई क्षेत्रों में जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई सड़कों पर यातायात बाधित है, और पहाड़ी रास्तों में फिसलन के कारण राहत पहुंचाने में भी दिक्कतें आ रही हैं।
हिमाचल में कुदरत का कहर: बादल फटने और फ्लैश फ्लड से 5 मौतें, राहत कार्य जारी
प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने सभी जरूरी संसाधनों को तैनात कर राहत कार्यों को तेज कर दिया है।
प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील राज्यों में शामिल हिमाचल में मानसून के आते ही इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं। लेकिन इस बार की बारिश ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय असंतुलन का असर पहाड़ी राज्यों पर गंभीर रूप से पड़ रहा है।
प्रशासन की प्राथमिकता अब लापता लोगों की तलाश, राहत सामग्री की आपूर्ति और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें।
सरकार द्वारा स्थानीय पंचायतों और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि कहीं भी कोई व्यक्ति संकट में न रह जाए।
हिमाचल प्रदेश में इस समय मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में प्रशासन, स्थानीय लोग और राहत टीमें मिलकर इस संकट का सामना करने में जुटी हैं।
| घटक | विवरण |
|---|---|
| बादल फटने की घटनाएं | 3 स्थानों पर |
| फ्लैश फ्लड (अचानक बाढ़) | 9 घटनाएं |
| भूस्खलन | 3 स्थानों पर |
| मृतकों की संख्या | 5 लोग |
| घायल व्यक्ति | 1 व्यक्ति |
| लापता लोग (कुल्लू) | 3 लोग |
| लापता लोग (कांगड़ा) | लगभग 6 लोग |
| सुरक्षित निकाले गए लोग | 21 व्यक्ति |
| राहत में शामिल एजेंसियां | SDRF, NDRF, होम गार्ड्स |
| प्रभावित क्षेत्रों में बिजली/पानी | कई क्षेत्रों में बाधित |