Microsoft Fire Employees – दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Microsoft ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से सिर्फ पिछले साल अपने कॉल सेंटर्स में ही 500 मिलियन डॉलर (करीब 4150 करोड़ रुपये) से ज्यादा की बचत की है। यह खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है। Bloomberg News के मुताबिक, Microsoft ने AI तकनीक का इस्तेमाल कर कस्टमर सर्विस से लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग तक में काम की रफ्तार और कुशलता को बढ़ाया है।

AI से Microsoft ने बचाए 500 मिलियन डॉलर, कर्मचारियों की छंटनी जारी!
हालांकि, AI की वजह से कंपनी में कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा भी मंडरा रहा है। बीते हफ्ते ही Microsoft ने अपनी वर्कफोर्स का करीब 4% हिस्सा घटाने का ऐलान किया है। इस कटौती से करीब 6,000 कर्मचारियों पर असर पड़ेगा। मई में भी कंपनी ने इतनी ही संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की थी।
Microsoft Fire Employees Microsoft के चीफ कमर्शियल ऑफिसर जडसन अलथॉफ ने हाल ही में एक प्रेजेंटेशन में बताया कि AI टूल्स ने सेल्स और कस्टमर सर्विस से लेकर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट तक में जबरदस्त योगदान दिया है। कंपनी अब छोटे ग्राहकों से बातचीत जैसे काम भी AI के जरिए कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, यह नई पहल अभी से ही लाखों डॉलर का राजस्व पैदा कर रही है।
AI की वजह से नए प्रोडक्ट्स के कोड का 35% हिस्सा मशीन ही तैयार कर रही है, जिससे प्रोडक्ट लॉन्च करने में कम वक्त लग रहा है। इससे कंपनी को बड़ी मात्रा में खर्चों में कटौती करने में मदद मिल रही है। Microsoft ने इस फाइनेंशियल ईयर में 80 बिलियन डॉलर (करीब 6.64 लाख करोड़ रुपये) के कैपिटल खर्च का प्लान बनाया है, जिसमें से ज्यादातर पैसा AI सर्विसेस के लिए डाटा सेंटर्स बढ़ाने में लगाया जाएगा।
Microsoft Fire Employees – Microsoft के साथ-साथ दूसरी बड़ी टेक कंपनियां भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर खूब पैसा लगा रही हैं। कंपनियां इसे भविष्य की कमाई का बड़ा जरिया मान रही हैं। लेकिन साथ ही लागत घटाने के लिए स्टाफ में कटौती भी कर रही हैं ताकि मुनाफा सुरक्षित रहे।
Reuters ने जब इस खबर पर कंपनी से प्रतिक्रिया मांगी तो Microsoft ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। AI की यह तेजी कहीं न कहीं लोगों के लिए चिंता का विषय भी बन रही है। एक तरफ इससे कंपनियों को फायदा हो रहा है, दूसरी तरफ लाखों लोगों की नौकरी पर तलवार लटक रही है। आने वाले वक्त में टेक कंपनियों में यह ट्रेंड और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
तकनीक के इस दौर में कंपनियां लागत घटाने और मुनाफा बढ़ाने के लिए AI को हथियार बना रही हैं। लेकिन इसका असर मैनपावर पर साफ दिख रहा है। सवाल यही है कि क्या भविष्य में इंसानी कामकाज की जगह मशीनें ही सब कुछ संभाल लेंगी?
Microsoft: AI और छंटनी Microsoft Fire Employees
| पॉइंट्स | विवरण |
|---|---|
| कुल बचत | $500 मिलियन (केवल कॉल सेंटर्स में) |
| हालिया छंटनी | वर्कफोर्स का 4% घटाया, करीब 6,000 लोग प्रभावित |
| नई टेक्नोलॉजी | कस्टमर सर्विस से लेकर सॉफ्टवेयर तक AI का इस्तेमाल |
| कोडिंग में योगदान | नए प्रोडक्ट कोड का 35% AI से तैयार |
| पूंजीगत खर्च | $80 बिलियन, AI डाटा सेंटर्स विस्तार के लिए |
| कंपनी का रुख | लागत घटाओ, मुनाफा बढ़ाओ, AI में निवेश बढ़ाओ |