Sneha Murder Case – त्रिपुरा के रहने वाले स्नेहा देबनाथ के माता-पिता ने अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए दिल्ली में बसने का बड़ा फैसला लिया था। पर जिस सपने के लिए उन्होंने अपनी जड़ें छोड़ीं, वही सपना अब मौत के सन्नाटे में बदल गया। स्नेहा देबनाथ, जो दिल्ली यूनिवर्सिटी के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी, 7 जुलाई को लापता हो गई थी।

दिल्ली में त्रिपुरा की छात्रा स्नेहा की दर्दनाक मौत: टूट गया परिवार का सपना
Sneha Murder Case – उसके परिवार ने जैसे ही बेटी के लापता होने की खबर दी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ ने यमुना नदी में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। करीब एक हफ्ते बाद, 13 जुलाई 2025 को स्नेहा का शव यमुना नदी से बरामद किया गया। इस दर्दनाक खबर ने उसके माता-पिता को गहरे सदमे में डाल दिया।
स्नेहा के पिता, पूर्व सेना कर्मी प्रीतिष देबनाथ, मूल रूप से दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम उपखंड के भुरातली गाँव से हैं। उन्होंने अपनी दोनों बेटियों – बिपासा और स्नेहा – को बेहतर भविष्य देने के लिए दिल्ली में रहने का निर्णय लिया था। बड़ी बेटी बिपासा गणित में मास्टर्स कर रही है, जबकि स्नेहा कॉलेज के दूसरे वर्ष में थी।
परिवार के एक सदस्य असीम देबनाथ ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि उनके चाचा अपने बच्चों की पढ़ाई पूरी होते ही वापस गाँव लौटने वाले थे, लेकिन स्नेहा की मौत ने सब कुछ बदल दिया। उन्होंने बताया कि इस हादसे से पूरा परिवार टूट गया है और कोई शब्द नहीं हैं इस दुःख को बयां करने के लिए।
Sneha Murder Case- जब पत्रकारों ने प्रीतिष देबनाथ से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा कि वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। उनकी आवाज में बेटी को खोने का दर्द साफ झलक रहा था।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी इस घटना पर शोक जताया और कहा कि प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। उन्होंने त्रिपुरा भवन, नई दिल्ली को परिवार को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस घटना की पूरी जांच कराई जाएगी ताकि सच्चाई सामने आ सके और परिवार को इंसाफ मिल सके।
त्रिपुरा से दिल्ली तक यह खबर चर्चा का विषय बन गई है। एक युवा छात्रा, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर आई थी, उसकी मौत कई सवाल छोड़ गई है। क्या वह दबाव में थी? क्या कोई और वजह थी? पुलिस और प्रशासन को अब इन सवालों के जवाब ढूंढने हैं।
Sneha Murder Case – स्नेहा के साथ उसका परिवार भी दिल्ली आया था ताकि बेटियाँ बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें और जिंदगी में कुछ बड़ा कर सकें। लेकिन अब परिवार को सिर्फ यादें और गहरा दुख मिला है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि दूर-दराज के इलाकों से आने वाले कई युवा बेहतर भविष्य की तलाश में बड़े शहरों का रुख करते हैं, लेकिन क्या उन्हें वह सुरक्षा और सपोर्ट मिल पाता है, जिसके लिए वो घर छोड़ते हैं?
स्नेहा की मौत ने इस सवाल को फिर से जिंदा कर दिया है। अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या सच सामने आता है और क्या परिवार को इंसाफ मिल पाता है।
| विषय | विवरण |
|---|---|
| मृतका का नाम | स्नेहा देबनाथ |
| उम्र | 19 वर्ष |
| मूल स्थान | सबरूम, त्रिपुरा |
| कॉलेज | आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, दिल्ली |
| घटना की तारीख | 7 जुलाई 2025 (लापता) |
| शव मिलने की तारीख | 13 जुलाई 2025 |
| परिवार की स्थिति | गहरा शोक |
| सरकार की प्रतिक्रिया | मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए |