पहलागाम आतंकी हमले को लेकर शिवसेना के भीतर सियासी घमासान तेज हो गया है। शिवसेना सांसद मिलिंद देवरा ने रविवार (4 मई) को शिवसेना-यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला। देवरा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया कि जब पहलगाम में गोलियां चल रही थीं और निर्दोष लोग मारे जा रहे थे, तब उद्धव ठाकरे यूरोप में छुट्टियां मना रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र दिवस पर भी ठाकरे का कोई बयान नहीं आया, न ही उन्होंने पीड़ितों के प्रति कोई एकजुटता दिखाई।

उद्धव ठाकरे पर देवरा का तीखा वार, ‘महाराष्ट्र को छुट्टियों वाले नेता नहीं चाहिए’
मिलिंद देवरा ने आगे कहा कि इसके विपरीत, शिवसेना के प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नेतृत्व करते हुए पीड़ितों की मदद की और शहीदों को सम्मानित किया। देवरा ने चुटकी ली कि महाराष्ट्र को छुट्टियों पर जाने वाले अंशकालिक नेताओं की जरूरत नहीं है, बल्कि उसे ऐसे योद्धाओं की जरूरत है, जो हर समय अपनी ड्यूटी पर तैनात रहें।
हालांकि, शिवसेना-यूबीटी की ओर से इस पर जोरदार पलटवार किया गया। पार्टी नेता विनायक राउत ने कहा कि मिलिंद देवरा का ध्यान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर क्यों नहीं गया? राउत ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने हमले के बाद जम्मू-कश्मीर का दौरा क्यों नहीं किया और क्यों उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात नहीं की? राउत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि प्रधानमंत्री के पास इसके लिए समय नहीं था।
शिवसेना-यूबीटी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ठाकरे परिवार के रविवार को यूरोप से लौटने की उम्मीद है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम के बैसरन घाटी में हमला कर 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस घटना की देशभर में निंदा हुई, लेकिन ठाकरे की चुप्पी के चलते शिवसेना शिंदे गुट ने उन पर सवाल खड़े कर दिए।
यह विवाद अब राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है, जहां एक तरफ ठाकरे की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं, तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार पर भी हमला हो रहा है।