छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है। कर्रेगुट्टा इलाके में सुरक्षाबलों ने 22 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें अब तक 18 के शव बरामद किए जा चुके हैं। यह अभियान ‘मिशन संकल्प’ के तहत चलाया जा रहा है, जो 21 अप्रैल को शुरू हुआ था। इस अभियान में लगभग 24 हजार जवान शामिल हैं और यह राज्य के सबसे बड़े सुरक्षा अभियानों में से एक माना जा रहा है।

देश के भीतर नक्सलियों पर करारा प्रहार: कर्रेगुट्टा में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि यह मुठभेड़ बीजापुर और तेलंगाना की सीमा से लगे पहाड़ी और घने जंगल वाले इलाके में हुई। इस क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियों की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने रणनीतिक कार्रवाई की। इससे पहले सोमवार को भी एक महिला वर्दीधारी नक्सली को ढेर किया गया था, साथ ही हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद हुई थी।
24 अप्रैल को तीन महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे, जिससे संकेत मिलता है कि अभियान लगातार प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ रहा है। बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिम हिस्से के सीमावर्ती जंगलों में नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता के मद्देनजर सुरक्षाबलों ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया था।
इस अभियान में राज्य पुलिस की एसटीएफ, जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स के साथ-साथ केंद्रीय बलों जैसे सीआरपीएफ और कोबरा कमांडो की टुकड़ियां शामिल हैं। सुरक्षा बलों का यह समन्वित अभियान बीजापुर, तेलंगाना के मुलुगु और भद्राद्री-कोठागुडेम जिलों की सीमा पर लगभग 800 वर्ग किलोमीटर के दुर्गम क्षेत्र में चल रहा है। यह इलाका राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर दूर है और अत्यंत घना एवं कठिन भूभाग माना जाता है।
सुरक्षा बलों का मानना है कि इस कार्रवाई से नक्सलियों को गहरा झटका लगा है और उनके ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। आगे भी यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक क्षेत्र पूरी तरह से नक्सल गतिविधियों से मुक्त नहीं हो जाता।