Rahul Question on EC : विपक्ष के प्रमुख नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कथित ‘मैच फिक्सिंग’ को लेकर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया को खारिज करते हुए कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर चुनाव आयोग को संबोधित करते हुए पूछा कि यदि आयोग के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो वह उनके लेख में उठाए गए सवालों के जवाब क्यों नहीं देता।

“अगर कुछ छिपाना नहीं है तो जवाब दें”: राहुल गांधी का चुनाव आयोग से सीधा सवाल
Rahul Question on EC : राहुल गांधी ने कहा, “प्रिय चुनाव आयोग, आप एक संवैधानिक संस्था हैं। यदि आप वाकई निष्पक्ष हैं, तो ऐसे गंभीर मुद्दों पर बिचौलियों के ज़रिए बिना हस्ताक्षर वाले और अस्पष्ट बयान जारी करना आपकी साख को कमजोर करता है।”
राहुल गांधी ने की पारदर्शिता की मांग, पोस्ट-5 बजे की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने का आग्रह
Rahul Question on EC : राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि वह सच बोलता है और निष्पक्ष है, तो उसे महाराष्ट्र के सभी मतदान केंद्रों की शाम 5 बजे के बाद की CCTV फुटेज सार्वजनिक करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी मांग की कि लोकसभा और सभी राज्यों की विधानसभा चुनावों के लिए डिजिटल, मशीन-पठनीय और समेकित मतदाता सूची प्रकाशित की जाए। राहुल ने कहा, “सिर्फ टालमटोल करने से आपकी विश्वसनीयता नहीं बचेगी, सच बोलना ही आपका सम्मान लौटाएगा।”
पवन खेड़ा के गंभीर सवाल: 5 महीने में 41 लाख नए मतदाता कैसे जुड़े?
Rahul Question on EC: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर और भी गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में केवल पांच महीनों में 41 लाख नए मतदाता कैसे जुड़ गए, जबकि पिछले पांच वर्षों में यह आंकड़ा मात्र 31 लाख था।
खेड़ा ने यह भी पूछा कि जब शुरुआती मतदान प्रतिशत 58.22% घोषित किया गया था, तो अंतिम रूप में यह 66.05% कैसे पहुंच गया? इसके अलावा, उन्होंने पूछा कि शाम 5 बजे के बाद हुए मतदान की वीडियोग्राफी कहां है, और उसे अब तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया।
बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले बूथों पर लक्षित वोटिंग का आरोप
Rahul Question on EC: पवन खेड़ा ने 85 विधानसभा क्षेत्रों में 12,000 से अधिक बूथों का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि इन स्थानों पर बीजेपी को लोकसभा चुनावों में हार मिली थी, लेकिन विधानसभा चुनावों में अचानक जीत कैसे मिली? क्या वहां मतदाता सूची में गड़बड़ी की गई?
उन्होंने कहा कि इन तथ्यों की निष्पक्ष जांच और पारदर्शिता बेहद आवश्यक है। यदि चुनाव आयोग इन सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं देता, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर होगी।
निष्कर्ष:
राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने चुनाव आयोग पर निष्पक्षता को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं। वे चाहते हैं कि आयोग मशीन-पठनीय मतदाता सूची, शाम 5 बजे के बाद की CCTV फुटेज और मतदाता वृद्धि के तर्कपूर्ण विवरण जैसे सभी पहलुओं पर पारदर्शी रिपोर्ट पेश करे। जनता की नजर अब चुनाव आयोग पर है कि वह अपनी निष्पक्षता कैसे सिद्ध करता है।