Air India Crash London Flight -लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त: 242 यात्रियों में मचा कोहराम: –अहमदाबाद से लंदन की ओर उड़ान भरते ही एक भयानक विमान हादसे ने पूरे ब्रिटेन और भारत को झकझोर कर रख दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171, जिसमें कुल 242 यात्री सवार थे, टेकऑफ के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 169 भारतीय नागरिकों के अलावा 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई यात्री शामिल थे।

आसमान में मातम: अहमदाबाद से उड़ान भरते ही विमान हादसा, केवल एक जीवित बचा
Air India Crash London Flight – इस हादसे की पुष्टि होते ही ब्रिटेन, भारत, कनाडा और यूरोपीय देशों में शोक की लहर दौड़ गई। अहमदाबाद प्रशासन की ओर से जारी बयान के अनुसार, एकमात्र जीवित यात्री की पहचान ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वकुमार के रूप में हुई है, जिन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई।
ब्रिटेन में गूंजा हादसे का असर
Air India Crash London Flight – ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केयर स्टारमर ने इस हादसे को “विनाशकारी और दिल दहला देने वाला” बताया। उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी ने हाउस ऑफ कॉमन्स में इस दुर्घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया कि यूके फॉरेन कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) भारत और लंदन में संकट नियंत्रण टीमें गठित कर चुका है।
ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय ने भी अपने शोक संदेश में इसे “अत्यंत दुखद” बताया और राहत एवं बचाव कर्मियों की सराहना की।
भारत का दूतावास आया सामने
Air India Crash London Flight – लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने तत्काल एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर और वीज़ा सुविधा केंद्र शुरू कर दिया है ताकि पीड़ितों के परिवारजन भारत आकर ज़रूरी प्रक्रिया पूरी कर सकें।
लंदन के मेयर सादिक खान ने भी इस घटना को “अत्यंत पीड़ादायक” बताया और कहा कि वे भारतीय उच्चायोग के साथ निकट संपर्क में हैं।
अन्य देशों की प्रतिक्रियाएं
Air India Crash London Flight – इस त्रासदी पर कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने गहरा शोक जताते हुए कहा कि “कनाडा के परिवहन अधिकारी भारत के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।”
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने भी भारत के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की: “हम इस दुखद दिन पर आपके दुःख और सदमे को साझा करते हैं।”
इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन, और जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने भी शोक संदेश भेजे और पीड़ितों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई।
क्यों बना यह हादसा वैश्विक चिंता का विषय?
एयर इंडिया की यह उड़ान अहमदाबाद से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे की ओर रवाना हुई थी। विमान में कई देशों के नागरिक, विशेषकर ब्रिटेन में बसे भारतीय मूल के परिवार शामिल थे। यही कारण है कि इस हादसे ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी प्रभावित किया है।
इस दुर्घटना के तुरंत बाद एयर इंडिया और भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जांच के आदेश दे दिए हैं। विमान का ब्लैक बॉक्स खोजने की कोशिशें जारी हैं ताकि हादसे की सटीक वजह पता लगाई जा सके।
एक परिवार, एक दर्द
पीड़ित परिवारों के लिए यह एक अकल्पनीय त्रासदी है। कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को आखिरी बार फ्लाइट बोर्ड करते हुए देखा था और अब उन्हें उनके न लौटने की ख़बर मिल रही है। सुरक्षा मानकों और आपातकालीन प्रतिक्रिया व्यवस्था की जांच इस हादसे के बाद फिर से तेज़ी से होने की उम्मीद है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
हादसे के कारणों की जांच जारी
फिलहाल हादसे की असली वजह स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार तकनीकी खराबी या मौसम की खराबी को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। विमान ने अहमदाबाद से उड़ान भरने के 6 मिनट बाद ही संपर्क खो दिया था। इस विमान में सवार ज्यादातर लोग प्रवासी भारतीय थे जो अपने काम, पढ़ाई या पारिवारिक कारणों से ब्रिटेन लौट रहे थे।
एकमात्र जीवित यात्री की कहानी
इस हादसे से चमत्कारिक रूप से बचने वाले रमेश विश्वकुमार की हालत नाजुक है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उनकी गवाही विमान के क्रैश के कारणों को समझने में अहम भूमिका निभा सकती है।
निष्कर्ष
एयर इंडिया फ्लाइट AI 171 की दुर्घटना ने न केवल दर्जनों परिवारों को शोक में डुबो दिया, बल्कि भारत और ब्रिटेन के बीच कूटनीतिक समन्वय और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की अहमियत को भी सामने लाया है। अब पूरे देश और दुनिया की नजरें इस बात पर हैं कि हादसे के कारणों की जांच कैसे की जाती है और प्रभावित परिवारों को कितनी राहत मिलती है।