Air India Deny for ICAO- 12 जून, 2025 को अहमदाबाद में हुई भीषण एयर इंडिया विमान दुर्घटना, जिसमें 270 लोगों की जान गई, को लेकर अब नया विवाद खड़ा हो गया है। भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की विमानन संस्था (ICAO) द्वारा भेजे गए एक जांचकर्ता को जांच प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है। दो वरिष्ठ सूत्रों ने यह जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दी।

Air India Deny for ICAO- ICAO की पेशकश, लेकिन भारत का इनकार
इस सप्ताह की शुरुआत में International Civil Aviation Organization (ICAO) ने भारत को एक अनुभवी जांचकर्ता भेजने की पेशकश की थी। यह पहल असामान्य थी क्योंकि ICAO आमतौर पर तभी शामिल होता है जब संबंधित देश मदद की औपचारिक मांग करता है। लेकिन इस बार ICAO ने स्वयं पहल करते हुए पर्यवेक्षक (observer) की भूमिका में एक जांचकर्ता को भेजने की इच्छा जताई थी।
हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। सूत्रों के अनुसार, भारत ने स्पष्ट किया कि विदेशी जांचकर्ताओं को अनुमति नहीं दी जाएगी और जांच भारतीय एजेंसियां ही करेंगी।
जांच में पारदर्शिता पर उठे सवाल
Air India Deny for ICAO- इस हादसे की जांच भारत का Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) कर रहा है, जो देश की प्रमुख विमान दुर्घटना जांच एजेंसी है। हालांकि, अब तक इस जांच में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
सुरक्षा विशेषज्ञों ने यह चिंता जताई है कि ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट रिकॉर्डर डेटा को डिकोड करने में देरी हुई। विमान दुर्घटना के अगले ही दिन यानी 13 जून को ब्लैक बॉक्स मिला था, और दूसरा सेट 16 जून को, लेकिन डेटा दो हफ्ते बाद जाकर निकाला गया, जिसकी पुष्टि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 26 जून को की।
इसके अलावा, यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह डेटा भारत में पढ़ा गया या अमेरिका में, जहां नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) जांच में भाग ले रहा है। नियमों के अनुसार, ऐसे मामलों में निर्णय तुरंत लिया जाना चाहिए, ताकि समय रहते दुर्घटना के कारणों की जानकारी मिल सके।
ICAO नियमों का पालन या औपचारिकता?
Air India Deny for ICAO – नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भारत ICAO के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है, और मीडिया को प्रमुख घटनाक्रमों की जानकारी दी जा रही है। लेकिन यह तथ्य सामने आया है कि अब तक केवल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है और उसमें भी मीडिया से सवाल नहीं लिए गए।
Annex 13, जो अंतरराष्ट्रीय विमानन जांच का कानूनी आधार है, कहता है कि किसी भी दुर्घटना में प्रमाण जुटाने और भविष्य की त्रासदियों को रोकने के लिए जांच में अधिकतम पारदर्शिता और गति जरूरी होती है।
प्राथमिक रिपोर्ट का इंतजार
Air India Deny for ICAO – विशेषज्ञों का मानना है कि अधिकांश विमान दुर्घटनाएं कई कारकों के मेल से होती हैं। इस तरह के मामलों में 30 दिनों के भीतर एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रकाशित की जाती है, जिससे आगे की विस्तृत जांच की दिशा तय होती है।
निष्कर्ष:
Air India Deny for ICAO – एयर इंडिया की इस भयावह दुर्घटना ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। ऐसे में, भारत सरकार द्वारा ICAO जैसी वैश्विक संस्था की मदद ठुकराना और जांच में पारदर्शिता की कमी, कई सवाल खड़े करता है। यह जरूरी है कि इस हादसे की निष्पक्ष और तेज़ जांच हो ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी रोकी जा सके।