भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के चलते घटनाक्रम बेहद तेजी से बदल रहे हैं। भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त किए जाने के बाद से पाकिस्तान के भीतर भी अस्थिरता बढ़ती जा रही है।
बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमले की खबर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वहां स्थित फ्रंटियर कोर के मुख्यालय को हथियारों से लैस समूहों ने निशाना बनाया। लगातार कई विस्फोटों के बाद वहां पर गोलियों की आवाजें भी सुनी गईं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बलूच विद्रोहियों ने यह हमला पाकिस्तान की सेना की आंतरिक कमजोरी को उजागर करने के लिए किया है।

बलूचिस्तान में विद्रोह, कराची में ब्लास्ट: भारत की कार्रवाई के बाद हड़कंप
उधर, पाकिस्तान के महत्वपूर्ण तटीय शहर कराची के बंदरगाह पर भी जोरदार धमाकों की सूचना है। जानकारी के अनुसार, वहां 8 से 12 बड़े विस्फोट हुए, जिसके बाद पूरे इलाके में अंधेरा (ब्लैकआउट) कर दिया गया और मोबाइल नेटवर्क को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। ये घटनाएं न सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि उसकी आर्थिक धमनियों को भी प्रभावित कर रही हैं।
इस बीच, भारत की राजधानी दिल्ली में भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। इंडिया गेट जैसे प्रमुख स्थानों को एहतियातन खाली कराया जा रहा है और पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वे घर लौट जाएं। यह कदम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान आंतरिक और बाहरी दोनों मोर्चों पर दबाव में आ गया है। एक ओर उसे भारत से सैन्य चुनौती मिल रही है, तो दूसरी ओर बलूचिस्तान जैसे क्षेत्रों में असंतोष और विद्रोह भी तेजी से उभर रहे हैं। बलूचिस्तान लंबे समय से आजादी की मांग कर रहा है और पाकिस्तान सरकार द्वारा किए गए दमनात्मक कदमों के चलते वहां का जनाक्रोश अब सशस्त्र विद्रोह में बदलता दिखाई दे रहा है।
भारत की सैन्य रणनीति फिलहाल निर्णायक दिख रही है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने न सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि आतंक के समर्थन करने वाले ढांचों को अब बख्शा नहीं जाएगा। अभी आ रही सूचनाओं के अनुसार इमरान खान के समर्थक भी रोड पर आ चुके हैं और एक तरफ बलूचों ने भी हमले तेज कर दिए हैं। पाकिस्तान में तख्ता पलट की सम्भावना नजर आ रही है।