Chirag Paswan in Bihar Election : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने 8 जून 2025 को बिहार के शाहाबाद क्षेत्र के आरा में आयोजित नव संकल्प महासभा में जनता से कहा कि वे तय करें कि वह आगामी विधानसभा चुनाव किस सीट से लड़ें। उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की पूर्ववर्ती सरकारों पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया और वर्तमान एनडीए सरकार की विकास योजनाओं की सराहना की।

चिराग पासवान का एलान: बिहार से लड़ूंगा चुनाव, सीट जनता तय करेगी
चिराग ने कहा, “मैं बिहार में नहीं, बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा। मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं। मैं अपने पिता के सपनों को पूरा करूंगा और ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के लक्ष्य को हासिल करूंगा।”
पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला, NDA की तारीफ
Chirag Paswan in Bihar Election : चिराग पासवान ने कांग्रेस पर करपुरी ठाकुर की सरकार को 1980 में गिराने का आरोप लगाया और कहा कि उसके बाद बिहार में नरसंहारों का दौर शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि “यह जंगलराज केवल 15 वर्षों का नहीं बल्कि कांग्रेस और राजद के 25 वर्षों का था।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करपुरी ठाकुर और बाबा साहेब आंबेडकर के सपनों को आगे बढ़ाया है। “करपुरी ठाकुर को भारत रत्न भी एनडीए सरकार में ही मिला,” उन्होंने जोड़ा।
विकसित बिहार का वादा
Chirag Paswan in Bihar Election : भीड़ से भारी उत्साह के बीच चिराग ने कहा, “मुझे समर्थन दीजिए, मैं आपको विकसित बिहार दूंगा। जब तक बिहार विकसित नहीं होगा, मैं चैन से नहीं बैठूंगा।”
2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने के साथ चिराग ने कहा कि उस समय तक बिहार का हर गांव, पंचायत, ब्लॉक और जिला भी पूरी तरह विकसित हो जाएगा। उनका कहना था कि वह ऐसा बिहार बनाना चाहते हैं जहां किसी युवा को शिक्षा या रोज़गार के लिए बाहर न जाना पड़े।
परिवार टूटने का जिक्र, पर आत्मविश्वास बरकरार
बिना किसी का नाम लिए चिराग ने कहा, “उन्होंने मेरा परिवार तोड़ा, मेरी पार्टी तोड़ी, लेकिन चिराग पासवान शेर रामविलास पासवान का बेटा है, वह टूटने वाला नहीं है। मैं किसी से डरता नहीं हूं। मैं जो करूंगा, बिहार के विकास के लिए करूंगा।”
चिराग के भाई और जमुई से सांसद अरुण भारती ने पहले ही संकेत दिया था कि चिराग पासवान शाहाबाद क्षेत्र से किसी सामान्य (जनरल) सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। यहां के चार जिले—भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर—शामिल हैं, जिनमें 22 विधानसभा सीटें आती हैं। 2020 के विधानसभा चुनावों में यहां एनडीए को विपक्षी महागठबंधन से कड़ी चुनौती मिली थी।
लोकसभा से विधानसभा की ओर: एक नया प्रयोग
Chirag Paswan in Bihar Election : चिराग पासवान अभी तक हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं, जो एक आरक्षित सीट है। लेकिन अब वह विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं, और वह भी सामान्य सीट से। उन्होंने कहा, “यह प्रयोग पहले भाजपा भी कर चुकी है और इसके सकारात्मक नतीजे मिले हैं।”
निष्कर्ष:
Chirag Paswan in Bihar Election : चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वह न केवल राजनीति में सक्रिय रहेंगे, बल्कि बिहार के विकास के लिए नई राह चुनने को तैयार हैं। उन्होंने अपने भाषण में जहां पूर्व सरकारों की असफलताओं को उजागर किया, वहीं वर्तमान एनडीए सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया। अब देखना यह होगा कि जनता उनकी इस नई शुरुआत को कितना समर्थन देती है।