Donkey in Pakistan News : पाकिस्तान में गधों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है, जो अब 59 लाख से अधिक हो गई है। इस बढ़ोतरी के पीछे चीन में गधे की खाल से बनने वाली पारंपरिक दवा ‘ई-जियाओ’ की बढ़ती मांग प्रमुख कारण है।

पाकिस्तान में गधों की बढ़ती आबादी: चीन की मांग का प्रभाव
Donkey in Pakistan News : पाकिस्तान के आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार, देश में गधों की संख्या 59 लाख तक पहुंच गई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में लगातार वृद्धि दर्शाती है। 2019-2020 में यह संख्या 55 लाख थी, जो 2023-24 में बढ़कर 59 लाख हो गई है ।
ई-जियाओ: पारंपरिक चीनी दवा और इसकी मांग
Donkey in Pakistan News ई-जियाओ (Ejiao) एक पारंपरिक चीनी दवा है, जो गधे की खाल से प्राप्त जिलेटिन से बनाई जाती है। इसका उपयोग रक्त संचार सुधारने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और अन्य स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है। चीन में इसकी मांग इतनी अधिक है कि वहां की घरेलू गधों की संख्या में भारी कमी आ गई है, जिससे चीन को अन्य देशों से गधों की खाल आयात करनी पड़ रही है ।
गधों के उत्पादों का निर्यात: पाकिस्तान की नई आर्थिक दिशा (पाकिस्तान में गधों के उत्पादों का निर्यात: एक नया व्यापारिक अवसर)
चीन की बढ़ती मांग को देखते हुए, पाकिस्तान ने ग्वादर में एक नया कसाईघर स्थापित किया है, जो विशेष रूप से गधे के मांस, हड्डियों और खाल के निर्यात के लिए बनाया गया है। यह कसाईघर चीन की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा और पाकिस्तान के लिए एक नया व्यापारिक अवसर प्रदान करेगा ।
वैश्विक प्रभाव और पशु कल्याण की चिंता
Donkey in Pakistan News ई-जियाओ उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए अनुमानित रूप से हर साल 59 लाख गधों की खाल की आवश्यकता होती है। यह वैश्विक गधा आबादी पर दबाव डाल रहा है और पशु कल्याण संगठनों के लिए चिंता का विषय बन गया है ।
Conclusion (Donkey in Pakistan News) पाकिस्तान में गधों की बढ़ती संख्या और चीन में ई-जियाओ की मांग के बीच सीधा संबंध है। यह न केवल पाकिस्तान के लिए एक आर्थिक अवसर है, बल्कि वैश्विक पशु कल्याण और संसाधनों के सतत उपयोग के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है।