12 मई 2025 की रात को जम्मू-कश्मीर के सांबा ज़िले और पंजाब के जालंधर ज़िले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) के पास कुछ घंटों तक ड्रोन गतिविधि देखी गई। यह संदिग्ध गतिविधि देर रात तक जारी रही, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मच गई। कल रात को 8 बजे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सम्बोधित किया।

जम्मू और पंजाब की सीमा पर ड्रोन हलचल, स्थिति अब सामान्य
सेना और सुरक्षा बलों ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए निगरानी तेज़ कर दी और इलाके की गहन छानबीन की। इस बीच, पंजाब के जालंधर ज़िले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि एक संदिग्ध “निगरानी ड्रोन” को सुरक्षा बलों द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह ड्रोन संभवतः सीमा पार से भेजा गया था और इसका उद्देश्य निगरानी करना हो सकता है।
सेना ने बाद में बयान जारी कर स्पष्ट किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और फिलहाल किसी भी दुश्मन ड्रोन की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “इस समय कोई भी शत्रु ड्रोन क्षेत्र में नहीं देखा जा रहा है। सब कुछ शांत और नियंत्रण में है।”
जम्मू और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाल के वर्षों में ड्रोन के ज़रिये हथियार, मादक पदार्थ और अन्य संदिग्ध सामग्री भेजे जाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। ऐसे में किसी भी ड्रोन गतिविधि को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। सुरक्षा बलों ने स्थिति का तुरंत आकलन करते हुए इलाके में गश्त बढ़ा दी है और आस-पास के क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन का उपयोग अब सिर्फ निगरानी के लिए नहीं, बल्कि आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भी किया जा सकता है। यही कारण है कि सेना और पुलिस ऐसे मामलों में बेहद सतर्कता से कार्रवाई कर रही है।
- ये भी पढ़ें – “तुम्हारा खून क्यों नहीं खौल रहा……. ?” फलक नाज भड़की अपने साथी मुस्लिम साथियों पर – Video Viral
स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत नज़दीकी थाने या सुरक्षा एजेंसी को देने की अपील की गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन-रोधी तकनीकों को और मज़बूत किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके।
फिलहाल, सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की वजह से स्थिति पूरी तरह सामान्य बनी हुई है और किसी भी खतरे की आशंका नहीं है।