Future Jobs in AI: – भारत जैसे देश जहां सेवाओं का क्षेत्र रोजगार और विकास का प्रमुख स्रोत है, वहां वित्तीय सेवाएं तेजी से तकनीकी बदलावों की चपेट में आ रही हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स अब इस क्षेत्र में निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बन चुके हैं। यह बदलाव भले ही कुछ के लिए असहज हो, लेकिन यह एंट्री-लेवल कर्मचारियों के लिए एक सुनहरा अवसर है कि वे खुद को नए रूप में ढालें।

एंट्री-लेवल नौकरियों की नई परिभाषा: अब तकनीक और इंसानी समझ दोनों जरूरी (Future Jobs in AI)
Future Jobs in AI- विश्व आर्थिक मंच (WEF) की “फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025” के अनुसार, 2030 तक वित्तीय क्षेत्र का 50% से अधिक काम मशीनें या स्मार्ट सिस्टम कर रहे होंगे, जबकि वर्तमान में यह आंकड़ा 35% के करीब है। इसका मतलब यह नहीं कि नौकरियां खत्म होंगी, बल्कि काम की प्रकृति बदल जाएगी। जो लोग डिजिटल स्किल्स और इंसानी समझ दोनों को जोड़ सकेंगे, वे आगे बढ़ेंगे।
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पुराने कौशल अब नहीं काफी
Future Jobs in AI- जहां पहले बैंक या बीमा कंपनियों में डाटा एंट्री और सटीक डॉक्यूमेंटेशन को प्राथमिकता मिलती थी, अब वहां मांगे जा रहे हैं:
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साइबर सुरक्षा की समझ
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यूजर फ्रेंडली डिजिटल अनुभवों का निर्माण
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इनोवेशन के ज़रिए ग्रोथ में योगदान
आज डाटा एंट्री जैसे पद खत्म हो रहे हैं और AI मॉडलिंग, फाइनेंशियल फ्रॉड एनालिटिक्स और क्लाइंट रिलेशन इंजीनियरिंग जैसी भूमिकाएं बढ़ रही हैं।
री-स्किलिंग अब विकल्प नहीं, अनिवार्यता
Future Jobs in AI- WEF का अनुमान है कि 2030 तक लगभग 59% कर्मचारियों को दोबारा प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी। वित्तीय क्षेत्र तो इससे कहीं आगे होगा।
जरूरी तकनीकी कौशल:
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Excel, SQL, Python जैसे टूल्स
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AI आधारित रिपोर्टिंग और डेटा मॉडलिंग सिस्टम
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ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे Coursera और LinkedIn Learning पर इंडस्ट्री सर्टिफाइड कोर्स
जरूरी सॉफ्ट स्किल्स:
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विश्लेषणात्मक सोच
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भावनात्मक बुद्धिमत्ता
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टीम वर्क और संचार क्षमता
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अनुकूलनशीलता और रचनात्मकता
AI के साथ काम करना सीखना — उसकी व्याख्या समझना, उसकी सीमाएं पहचानना और इंसानी विवेक से निर्णय लेना — अब जरूरी बन गया है।
विशेषज्ञता और निजी ब्रांडिंग का समय
Future Jobs in AI- जो युवा कर्मचारी 3 वर्षों की योजना के साथ आगे बढ़ेंगे, वे उद्योग में नेतृत्व कर सकते हैं:
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पहले वर्ष में तकनीकी और मानसिक क्षमताओं को मज़बूत करें
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दूसरे वर्ष में किसी खास क्षेत्र में विशेषज्ञता जैसे ESG रिपोर्टिंग, एंटी-फ्रॉड इंटेलिजेंस, या AI-आधारित क्रेडिट स्कोरिंग पर ध्यान दें
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तीसरे वर्ष में निजी ब्रांड बनाएं—LinkedIn पर लिखें, प्रोजेक्ट शेयर करें, या सम्मेलन में बोलें
निजी ब्रांडिंग सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि आपकी सीखने की पहचान बन जाती है।
कंपनियों की भूमिका भी अहम
Future Jobs in AI- WEF का अनुमान है कि 85% कंपनियां लर्निंग और डेवलपमेंट पर खर्च बढ़ाएंगी, पर सिर्फ 50% को भरोसा है कि वे इसे प्रभावी तरीके से लागू कर पाएंगी। इस अंतर को भरने के लिए जरूरी है:
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शिक्षा और उद्योग के बीच मजबूत संबंध
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कैरियर पथ जो सीखने वालों को प्रोत्साहित करें
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संस्कृति में बदलाव, जहां लंबे समय तक टिके रहना नहीं, सीखते रहना अहम हो
आधुनिक वित्तीय क्षेत्र में एंट्री-लेवल कर्मचारी के लिए रोडमैप
| वर्ष | कौशल विकास दिशा |
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| वर्ष 1 | Excel, SQL, Python, AI रिपोर्टिंग टूल सीखें |
| वर्ष 2 | ESG, Anti-fraud, Behavioral Finance में विशेषज्ञता |
| वर्ष 3 | ब्रांड निर्माण: LinkedIn लेख, प्रोजेक्ट प्रस्तुति |
1. टेक्नोलॉजी सेक्टर:
अब सिर्फ कोडिंग नहीं, बल्कि AI आधारित सिस्टम को डिजाइन और संभालने का ज्ञान जरूरी है।
2. मैन्युफैक्चरिंग (Industry 4.0):
डिजिटल ट्विन्स, IoT, प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस जैसी तकनीकों को समझने वाले अधिक टिकाऊ होंगे।
3. मीडिया और कम्युनिकेशन:
AI-जनरेटेड कंटेंट और ऑटोमेटेड एडिटिंग के बावजूद कहानी कहने की कला, संस्कृति समझ और रचनात्मकता इंसानों की ही ताकत रहेगी।
निष्कर्ष: अब समय है आगे बढ़ने का
Future Jobs in AI- हर उद्योग में एक सच्चाई समान है: AI नौकरियां नहीं छीन रहा, बल्कि प्रतिभाओं का मूल्य बदल रहा है। जो कर्मचारी AI को प्रतिस्पर्धा नहीं, सहयोगी मानकर सीखना जारी रखेंगे, वे भविष्य में लीडर बनेंगे।
वित्तीय सेवाओं में प्रवेश स्तर की नौकरियां खत्म नहीं हो रहीं, वे रूपांतरित हो रही हैं। यदि मानव विकास को तकनीकी प्रगति से जोड़ा जाए, तो यह बदलाव न केवल संभव है, बल्कि शक्तिशाली भी
Source: The Hindu and Online Data.