भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव ने एक बार फिर सीमा पर हालात को बेहद संवेदनशील बना दिया है। पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पंजाब और राजस्थान जैसे राज्यों में किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों की नाकाम कोशिशों के बाद भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया गया है, जिससे सीमा पार के आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।
भारतीय नौसेना की वेस्टर्न कमांड पूरी तरह से एक्शन में है। खबर है कि INS विक्रांत और कोलकाता क्लास डिस्ट्रॉयर जैसे युद्धपोतों ने कराची के पास बड़ी सैन्य कार्रवाई की है। ऑपरेशन अभी भी जारी है और अधिकृत जानकारी केंद्रीय सुरक्षा तंत्र के माध्यम से दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, कराची के पास भारतीय नौसेना ने एक रणनीतिक ठिकाने को निशाना बनाया है।

भारत का भयानक पलटवार :पाकिस्तान में मच गया कोहराम
इसके अलावा भारत ने लाहौर और सियालकोट में भी ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें पाकिस्तान का AWACS एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह तबाह हो गया है। ये हमले पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार किए जा रहे उकसावे और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने के जवाब में किए गए हैं।
सरकार की ओर से सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे प्रचार को रोकने के लिए भी कदम उठाए गए हैं। भारत सरकार ने 8,000 से अधिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है, जो भारत के खिलाफ भ्रामक सूचनाएं फैला रहे थे। भारत ने अपने ऑपरेशन सिंदूर ने काफी घातक हथियारों का प्रयोग किया था, आज वो हथियार भी कम लग रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से भारत ने 27 एयरपोर्ट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इनमें श्रीनगर, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना और कुल्लू जैसे अहम एयरपोर्ट शामिल हैं। वहीं गुजरात के कच्छ बॉर्डर पर छह पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए, जिनमें से तीन को मार गिराया गया है और बाकी की निगरानी की जा रही है।
रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू, पठानकोट और उधमपुर जैसे सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तान ने ड्रोन व मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की थी। भारतीय सेनाओं ने अपने kinetic और non-kinetic क्षमताओं का इस्तेमाल करते हुए इन खतरों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया। आज सुबह से ही भारत ने पाकिस्तान को दहला रखा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने अर्धसैनिक बलों के महानिदेशकों (DGs) से वार्ता की है और सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की है। पाकिस्तान के तीन प्रमुख शहरों – लाहौर, सियालकोट और कराची – में उसका डिफेंस सिस्टम भारत के हमलों के आगे फेल हो चुका है। भारत स्पष्ट कर चुका है कि वह अपनी संप्रभुता की रक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। बुधवार की रात पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।
इसके जवाब में भारत ने ड्रोन हमले करके लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान सरकार के कई मंत्री आतंकियों से जुड़े हैं और भारत हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।

पंजाब और चंडीगढ़ में ब्लैकआउट: पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, मोहाली समेत पंजाब के कई इलाकों में गुरुवार शाम सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट किया गया। जालंधर में कुछ ड्रोन देखे गए, जिन्हें रात 11:20 बजे सुरक्षा बलों ने नष्ट कर दिया।
भारत में सुरक्षा एजेंसियों की हलचल तेज: गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बलों के प्रमुखों से बातचीत की और सीमाओं पर हालात की समीक्षा की। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों की स्थिति पर नजर रखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से काम किया।
अमेरिकी प्रतिक्रिया: अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने पाकिस्तान की आतंकियों से कथित सांठगांठ पर चिंता जताई और कहा कि दुनिया अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से तनाव कम करने और सीधे संवाद की अपील की।
खेल जगत की प्रतिक्रिया: पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और कहा कि उसने शांति का मौका गंवाकर युद्ध चुना। उन्होंने भारतीय सेना के जवाबी हमले का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि पाकिस्तान को इसका अंजाम कभी नहीं भूलना चाहिए।
एयर ट्रैफिक प्रभावित: दिल्ली एयरपोर्ट ने सुरक्षा कारणों से यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की है और यात्रियों को अपनी फ्लाइट की स्थिति एयरलाइन से जांचने को कहा है।