India Turkey Conflict: भारत और तुर्किए के बीच हाल ही में बढ़े राजनीतिक तनाव के चलते एक बड़ा कदम उठाया गया है। भारत सरकार ने तुर्किए से जुड़ी मानी जा रही ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया की सुरक्षा मंजूरी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई तब सामने आई जब तुर्किए ने खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया, खासतौर पर हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद।
सेलेबी ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने साफ शब्दों में कहा है कि वह किसी भी राजनीतिक संबंध या विदेशी सरकार से जुड़ी नहीं है। उसका कहना है कि वह एक वैश्विक स्तर पर काम करने वाली स्वतंत्र एविएशन सेवा कंपनी है, और भारत में उसका संचालन पूरी तरह भारतीय पेशेवरों द्वारा किया जाता है।

तुर्किए के पाकिस्तान समर्थन पर भारत की सख्ती, सेलेबी एयरपोर्ट कंपनी पर गिरी गाज
India Turkey Conflict: कंपनी ने सोशल मीडिया पर चल रही उन खबरों को भी खारिज किया, जिनमें दावा किया गया था कि तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन की बेटी सुमेये एर्दोगन कंपनी में हिस्सेदार हैं। कंपनी ने स्पष्ट किया कि न तो एर्दोगन और न ही उनके परिवार का कंपनी से कोई लेना-देना है।
सेलेबी इंडिया का कहना है कि वह भारत में बीते 15 वर्षों से सक्रिय है और देश के विभिन्न हिस्सों में ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाएं दे रही है। यह कंपनी भारत के मुंबई, दिल्ली, कोच्चि, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, गोवा, कन्नूर और बेंगलुरु जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू एयरलाइनों को अपनी सेवाएं देती है।
सेलेबी का कहना है कि वह 10,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देती है और उसका लक्ष्य हमेशा भारतीय एविएशन सेक्टर को सहयोग देना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी संचालन प्रणाली पारदर्शिता, निष्पक्षता और कॉर्पोरेट नियमों के आधार पर काम करती है।
हालांकि, सुरक्षा मंजूरी रद्द होने का असर अब उन एयरलाइनों पर पड़ेगा, जो सेलेबी की ग्राउंड सेवाओं पर निर्भर थीं। इन कंपनियों को अब वैकल्पिक सेवा प्रदाताओं की तलाश करनी पड़ेगी ताकि यात्रियों को असुविधा से बचाया जा सके।
India Turkey Conflict:विशेषज्ञों का मानना है कि भारत द्वारा यह फैसला केवल सुरक्षा या नियामकीय दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि कूटनीतिक संकेत के रूप में भी देखा जा सकता है। तुर्किए द्वारा पाकिस्तान का समर्थन खुले तौर पर करना भारत को स्वीकार नहीं है, और इसका असर भारत में मौजूद तुर्की कंपनियों पर पड़ता नजर आ रहा है।
सेलेबी ने अंत में यह दोहराया कि उनका किसी भी विदेशी सरकार से कोई सीधा या परोक्ष संबंध नहीं है और वे भारत सरकार के सभी नियमों व दिशानिर्देशों का पालन करते हैं। कंपनी ने यह उम्मीद भी जताई कि भारत सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार कर सकती है।
इस घटनाक्रम से साफ है कि भारत अब विदेशी कंपनियों के संबंधों और पृष्ठभूमियों की गहराई से जांच कर रहा है, खासतौर पर जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीतिक हितों की हो।
Source: celebiaviation.com