Indian Airstrike Weapon Use: भारत ने 6 मई की रात एक अहम सैन्य अभियान, ऑपरेशन सिंदूर, को अंजाम दिया जिसमें पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को सटीकता से ध्वस्त किया गया। यह ऑपरेशन भारतीय वायुसेना द्वारा किया गया जिसमें राफेल, मिराज 2000 और सुखोई Su-30MKI जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स ने हिस्सा लिया। पाकिस्तान ऐसे हमले से बौखला गया है।
Update : भारत ने हर तरह का संभव हमला कर के इस बार दुनिया को जता दिया कि भारत अब पहले जैसा नहीं हो हर बार दी जाने वाली घाव को सहता रहेगा बल्कि भारत इतना सैन्य सक्षम है जो हर हमले का जवाब दे सकता है।

भारत का सटीक प्रतिघात
इस ऑपरेशन में स्कैल्प (SCALP) और हैमर जैसी मिसाइलों का भी प्रयोग हुआ जो लंबी दूरी तक अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती हैं। राफेल फाइटर जेट से दागी जाने वाली स्कैल्प मिसाइल 500 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार कर सकती है।
वहीं, भारत का सबसे घातक हथियार ब्रह्मोस मिसाइल इस मिशन का प्रमुख स्ट्राइक वेपन रहा। यह सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल थलसेना, वायुसेना और नौसेना—तीनों द्वारा इस्तेमाल की जाती है। इसकी स्पीड 2.8 मैक है, जो आवाज की गति से ढाई गुना तेज है। ब्रह्मोस को रोकना लगभग नामुमकिन माना जाता है।
सुखोई फाइटर जेट्स को भी अब ब्रह्मोस से लैस कर दिया गया है, जिससे उनकी मारक क्षमता और भी अधिक घातक हो गई है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने इजरायली हारोप (Harop) ड्रोन का भी प्रयोग किया, जो दुश्मन के ठिकानों को खुद से टकरा कर नष्ट कर देता है। यह भारत द्वारा पहली बार युद्ध में इस्तेमाल किया गया।
सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में इजरायली स्पाइस-2000 बम का भी इस्तेमाल हुआ, जो पहले 2019 के बालाकोट स्ट्राइक में उपयोग किया गया था। इस हमले ने पाकिस्तान के मसूद और जैश जैसे आतंकिओ को हिला कर रख दिया। ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य ताकत, सटीकता और आधुनिक हथियार प्रणाली का प्रतीक बनकर उभरा है। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है, बल्कि भविष्य में किसी भी खतरे से निपटने की तैयारियों का भी संकेत देता है।