Mosura fentoni: कनाडा के प्रसिद्ध बर्गेस शेल (Burgess Shale) इलाके में वैज्ञानिकों ने एक नया और रहस्यमय समुद्री जीव खोजा है, जिसका नाम है Mosura fentoni। यह जीव कैम्ब्रियन काल (लगभग 50 करोड़ साल पहले) का है और इसे रेडियोडॉन्ट वर्ग में रखा गया है, जो कि आधुनिक कीड़ों, मकड़ियों और केकड़ों के दूर के रिश्तेदार माने जाते हैं।

Mosura fentoni: एक अनोखा समुद्री जीव
Mosura fentoni आकार में भले ही छोटा हो (1.5 से 6 सेंटीमीटर लंबा), लेकिन यह संरचना में बेहद खास है। इस जीव का शरीर तीन अलग-अलग भागों में बंटा हुआ है और इसमें कुल 26 खंड (segments) होते हैं। उसका सिर एक छोटे-से गर्दन वाले हिस्से से जुड़ा होता है, जिसे “नेक ज़ोन” कहा जा सकता है।
♂️ अनोखी तैरने की क्षमता और श्वसन प्रणाली
Mosura fentoni का मध्य भाग, जिसे “मेसोट्रंक” कहा जाता है, उसमें छह पैडल जैसी संरचनाएं होती हैं जो तैरने में मदद करती हैं, जैसे प्रोपेलर। इसका पिछला भाग “पोस्टेरोट्रंक” कहलाता है, जिसमें 16 तक खंड होते हैं। इस हिस्से में पतली गलपट्टियों (gills) की कई पंक्तियाँ होती हैं जो इसे साँस लेने में मदद करती हैं।
इसका यह श्वसन तंत्र बहुत ही उन्नत माना जा रहा है, और यह घोड़े की नाल वाले केकड़ों (horseshoe crabs) की पूंछ से काफी मिलता-जुलता है, जो ऑक्सीजन ग्रहण करने का कार्य करती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि Mosura fentoni के पीछे वाले हिस्से को विशेष “श्वसन टैग्मा” कहा जा सकता है – एक ऐसा हिस्सा जो खासतौर पर साँस लेने के लिए बना हो।
Arthropods के विकास की नई कड़ी?
जब वैज्ञानिकों ने इस जीव को रेडियोडॉन्ट्स के पारिवारिक वृक्ष (family tree) में रखा, तो यह “हर्डीयिड रेडियोडॉन्ट्स” के शुरुआती सदस्यों के पास आया। इसका मतलब यह है कि Mosura fentoni जैसे प्राचीन जीव पहले ही अपने शरीर को अलग-अलग कार्यों के अनुसार बांटने की कोशिश कर रहे थे।
यह वही क्षमता है जिसने आगे चलकर कीड़ों, मकड़ियों और केकड़ों जैसे आधुनिक आर्थ्रोपोड्स को अत्यधिक विविध और सफल बनाया। इस खोज से यह संकेत मिलते हैं कि यह विकास की प्रक्रिया बहुत पहले शुरू हो चुकी थी।
निष्कर्ष
Mosura fentoni सिर्फ एक नया जीव नहीं है, बल्कि यह हमें arthropods की उत्पत्ति और उनकी विविधता को समझने में एक नया नजरिया देता है। इसकी अनोखी संरचना, तैरने की तकनीक और सांस लेने की प्रणाली वैज्ञानिकों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि शायद प्राचीन समुद्री जीवों के पास विकास की वो कुंजी थी, जिसने आज के जटिल जीवों का आधार तैयार किया।