रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार, 15 अगस्त 2025 को भारत के प्रति गहरी सराहना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत का “विश्व मामलों में योग्य सम्मान” है और वह महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के समाधान में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस पर पुतिन का भारत को संदेश
पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और दोहराया कि रूस, भारत के साथ अपने “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत-रूस मिलकर बनाएंगे वैश्विक स्थिरता का नया रास्ता
भारत की वैश्विक छवि पर पुतिन की राय
पुतिन के अनुसार, भारत विश्व मंच पर एक भरोसेमंद और प्रभावशाली राष्ट्र है, जो न केवल अपनी राष्ट्रीय नीतियों में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सक्रिय भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान वर्षों के स्थिर कूटनीतिक प्रयासों और भारत की संतुलित विदेश नीति का परिणाम है।
द्विपक्षीय सहयोग की नई दिशा
रूसी राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि संयुक्त प्रयासों से रूस और भारत कई क्षेत्रों में रचनात्मक सहयोग को व्यापक रूप से बढ़ा सकेंगे। उनका मानना है कि यह सहयोग दोनों देशों के मित्रवत नागरिकों के हित में होगा और क्षेत्रीय व वैश्विक स्तर पर सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करेगा।
पुतिन के संदेश के प्रमुख बिंदु
| प्रमुख बिंदु | विवरण |
|---|---|
| भारत की स्थिति | विश्व मंच पर योग्य सम्मान और सक्रिय भागीदारी |
| साझेदारी का स्वरूप | विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी |
| सहयोग के क्षेत्र | विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक द्विपक्षीय सहयोग |
| उद्देश्य | क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता को मजबूत करना |
निष्कर्ष
पुतिन का यह संदेश केवल औपचारिक बधाई नहीं, बल्कि भारत-रूस संबंधों के प्रति एक गहरी प्रतिबद्धता का संकेत है। यह स्पष्ट करता है कि आने वाले समय में दोनों देश न केवल आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता बनाए रखने में भी अहम साझेदार बने रहेंगे।