China Latin American Leaders Relationship :चीन और अमेरिका के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव के बीच चीन ने अब अपने कूटनीतिक दायरे को और बढ़ाते हुए लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सोमवार, 12 मई 2025 को बीजिंग में 33 सदस्यीय “लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों के समुदाय (CELAC)” के नेताओं और अधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह सम्मेलन मंगलवार से औपचारिक रूप से शुरू होगा।

अमेरिका की टैरिफ जंग के बीच चीन ने बढ़ाया लैटिन अमेरिकी देशों से सहयोग, बीजिंग में बड़ा सम्मेलन शुरू
China Latin American Leaders Relationship – चीन ने हाल के वर्षों में इन देशों के साथ अपने आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को काफी मजबूत किया है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ्स के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चे की अपील की है।
बेल्ट एंड रोड से गहराते रिश्ते
China Latin American Leaders Relationship : चीन के ट्रिलियन डॉलर के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) में अब तक दो-तिहाई लैटिन अमेरिकी देश शामिल हो चुके हैं। यह पहल चीन को वैश्विक इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश नेटवर्क में एक केंद्रीय भूमिका प्रदान करती है।
आज की स्थिति यह है कि चीन, ब्राजील, पेरू और चिली जैसे देशों का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन चुका है, जिसने अमेरिका की पारंपरिक स्थिति को चुनौती दी है।
ब्राजील के राष्ट्रपति की मौजूदगी
China Latin American Leaders Relationship – सम्मेलन में सबसे प्रमुख चेहरों में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा हैं, जो शनिवार को पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर बीजिंग पहुंचे। लूला दा सिल्वा ने 2023 में सत्ता में लौटने के बाद से ही अमेरिका और चीन दोनों से अच्छे संबंधों की नीति अपनाई है।
संयुक्त राष्ट्र के Comtrade डाटाबेस के अनुसार, ब्राजील ने पिछले साल चीन को 94 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात किया। इनमें प्रमुख रूप से सोयाबीन और अन्य कच्चे कृषि उत्पाद शामिल थे। बदले में चीन से ब्राजील को सेमीकंडक्टर्स, मोबाइल फोन, वाहन और दवाएं भेजी जाती हैं।
चीन के विदेश मंत्री की सक्रियता
सोमवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कई देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की जिनमें शामिल थे:
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क्यूबा के विदेश मंत्री ब्रूनो रोड्रिगेज पारिल्ला
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वेनेजुएला के इवान गिल
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पेरू के एल्मर शियालेर
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उरुग्वे के मारियो लुबेटकिन
इसके अलावा कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो और चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक भी सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
शी चिनफिंग का संबोधन
चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग मंगलवार को इस शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। यह उनके नेतृत्व में चीन की लैटिन अमेरिका रणनीति को और गहराई देने का एक बड़ा संकेत है।
निष्कर्ष (China Latin American Leaders Relationship)
चीन द्वारा आयोजित यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक कूटनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन के बदलते समीकरण का प्रमाण है। लैटिन अमेरिकी देशों के साथ चीन की बढ़ती नजदीकी यह संकेत देती है कि बीजिंग अब न केवल एशिया या अफ्रीका, बल्कि पश्चिमी गोलार्ध में भी अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहता है।
अमेरिका की टैरिफ नीतियों और चीन के कूटनीतिक जवाब के बीच यह सम्मेलन एक नए वैश्विक व्यापारिक और राजनीतिक समीकरण की नींव रख सकता है। वहीं, यह भी स्पष्ट है कि अब लैटिन अमेरिका केवल अमेरिका के प्रभाव क्षेत्र तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि बहुध्रुवीय दुनिया का हिस्सा बनने को तैयार है।