Indian Rescue from Iran- भारत सरकार ने ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के बीच अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अब तक 4,400 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया है। विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, यह राहत कार्य ऑपरेशन सिंधु के तहत 18 जून 2025 से शुरू हुआ है। इस मिशन के तहत अब तक 19 विशेष फ्लाइटों की मदद से नागरिकों को निकाला गया है।

ऑपरेशन सिंधु- Indian Rescue from Iran: ईरान और इजराइल से 4,400 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी
ताजा बैच येरवान से दिल्ली पहुंचा
गुरुवार देर रात (26 जून, 2025) को ईरान से निकाले गए 173 भारतीयों का एक नया समूह दिल्ली पहुंचा। ये लोग आर्मीनिया की राजधानी येरवान से विशेष उड़ान द्वारा लाए गए। इस उड़ान की जानकारी विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साझा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक दिन पहले साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि भारत सरकार जमीनी हालात का मूल्यांकन कर रही है और आगामी कदम इसी के आधार पर तय किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत से अब तक ईरान से 14 फ्लाइटों के जरिए 3,400 से ज्यादा भारतीयों को निकाला गया है। येरवान से नई फ्लाइट के पहुंचने के बाद उन्होंने X पर अपडेटेड आंकड़े साझा किए।
भारत की तत्परता और कूटनीतिक संतुलन
Indian Rescue from Iran- इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित किया है कि भारत संकट की घड़ी में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाता है। ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष से उत्पन्न खतरे के मद्देनज़र भारत सरकार ने न सिर्फ त्वरित निर्णय लिया बल्कि उसे सफलतापूर्वक लागू भी किया।
ऑपरेशन सिंधु को एक रणनीतिक और मानवीय सफलता के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी भारत ने यूक्रेन संघर्ष के दौरान ऑपरेशन गंगा, अफगानिस्तान से निकासी के लिए ऑपरेशन देवी शक्ति, और कोरोना काल में वंदे भारत मिशन जैसे बड़े निकासी अभियान चलाए थे।
Indian Rescue from Iran- युवाओं, छात्रों और श्रमिकों की सुरक्षित वापसी
निकाले गए लोगों में छात्र, कामकाजी युवा और श्रमिक शामिल हैं, जो संघर्ष वाले क्षेत्रों में फंसे हुए थे। सरकार ने दूतावासों और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सभी की पहचान की और निकासी की व्यवस्था की। येरवान को ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल किया गया क्योंकि यह क्षेत्र अपेक्षाकृत सुरक्षित है।
Indian Rescue from Iran- संकट के बीच मानवता की जीत
भारत का यह कदम केवल एक सरकारी प्रयास नहीं, बल्कि अपने लोगों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। जबकि दुनिया के कई देश अब भी असमंजस में हैं, भारत ने त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करते हुए हजारों नागरिकों को बचा लिया है।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंधु न केवल भारत की विदेश नीति की कुशलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अपने नागरिकों के जीवन और सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है। जैसे-जैसे ईरान-इजराइल संघर्ष की स्थिति विकसित होती है, भारत आगे की रणनीति तय करने में जमीनी हालात का सूक्ष्म अध्ययन कर रहा है।