Indore Couple Meghalaya Honeymoon Murder Case – मेघालय की शांत वादियों में हनीमून पर गया इंदौर का नवविवाहित जोड़ा कुछ ही दिनों में एक रहस्यमयी हत्या की कहानी बन गया। 2 जून 2025 को मेघालय पुलिस ने इंदौर निवासी राजा रघुवंशी का शव एक 100 फीट गहरी खाई से बरामद किया। वहीं उसकी पत्नी सोनम की तलाश जारी थी, जो बाद में एक चौंकाने वाले मोड़ के तहत हत्या की मुख्य आरोपी निकली।

इंदौर कपल की गुमशुदगी बना मर्डर मिस्ट्री: 8 दिन बाद मिली पति की लाश, पत्नी पहुंची पुलिस हिरासत में
घटना की शुरुआत: 24 मई को लापता हुआ जोड़ा
राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। इसके कुछ दिनों बाद 20 मई को वे मेघालय की यात्रा पर निकले। लेकिन 24 मई से दोनों लापता थे। उनकी स्कूटी शिलॉंग और सोहरा (चेरापूंजी) के बीच एक सुनसान स्थान पर लावारिस हालत में मिली थी। दोनों के मोबाइल फोन बंद थे।
आठ दिन की खोज और शव की बरामदगी
लगातार बारिश और धुंध ने खोज अभियान को बाधित किया। लेकिन 2 जून को मौसम साफ होने पर पुलिस ने ड्रोन की मदद से राजा रघुवंशी का शव रियात अर्लियांग इलाके में स्थित वेसॉडोंग पार्किंग लॉट के नीचे 100 फीट गहरे खड्ड में देखा। साइट से एक महिला की सफेद शर्ट, एक मोबाइल फोन की टूटी LCD स्क्रीन और राजा की कलाई पर एक स्मार्टवॉच भी मिली। राजा के दाहिने हाथ पर बना टैटू — जिसमें “राजा” लिखा था — उसकी पहचान का आधार बना।
पूर्वी खासी हिल्स ज़िले के एसपी विवेक सिएम ने बताया कि “शव को खड़ी और दुर्गम जगह से निकालना चुनौतीपूर्ण था, इसलिए उसे पार्किंग क्षेत्र तक लाया गया और मजिस्ट्रेट के समक्ष पंचनामा किया गया।” इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए नेर्थ ईस्टर्न इंदिरा गांधी रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज, शिलॉंग भेजा गया।
हत्या की आशंका और विशेष जांच दल गठित
शुरुआती जांच में हत्या की आशंका से इंकार नहीं किया गया। पुलिस ने मामला हत्या के तहत दर्ज किया और विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राजा की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट कीं। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने भी मेघालय के डीजीपी से मुलाकात कर तलाशी अभियान की समीक्षा की थी।
परिवार ने लगाए लापरवाही के आरोप
राजा रघुवंशी के परिजनों ने मेघालय पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए। एक परिजन ने कहा, “अगर पहले दिन से ड्रोनों की मदद ली जाती तो शायद राजा आज जिंदा होता। क्या अगर कोई बड़ा अफसर लापता होता तो भी इतना इंतजार किया जाता?”
घटना | जानकारी |
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पीड़ित का नाम | राजा रघुवंशी |
स्थान | वीसाडोंग (Weisawdong), सोहरा (चेरापूंजी), मेघालय |
मूल निवास | इंदौर, मध्य प्रदेश |
शादी की तिथि | 11 मई 2025 |
मेघालय यात्रा की तिथि | 20 मई 2025 |
लापता होने की तिथि | 24 मई 2025 |
शव मिलने की तिथि | 2 जून 2025 |
शव कहां मिला | 100 फीट गहरी खाई, वीसाडोंग पार्किंग क्षेत्र के नीचे |
शव की पहचान कैसे हुई | दाहिने हाथ पर ‘Raja’ टैटू से |
आरोपी पत्नी का नाम | सोनम रघुवंशी |
अन्य आरोपी | 4 पुरुष साथी (नाम सार्वजनिक नहीं) |
गिरफ्तारी स्थान | उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश |
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई | हत्या का मामला दर्ज, विशेष जांच दल (SIT) गठित |
कोर्ट का आदेश | सभी 5 आरोपियों को 8 दिन की पुलिस हिरासत |
स्थानीय प्रतिक्रिया | मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि, मीडिया से माफी की मांग |
परिवार की प्रतिक्रिया | पुलिस पर देरी और लापरवाही का आरोप, हाई-प्रोफाइल केस जैसा व्यवहार न करने की शिकायत |
केस में बड़ा मोड़: पत्नी सोनम की गिरफ्तारी
8 दिन तक लापता रहने के बाद, 10 जून को सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करते हुए गिरफ्तार किया गया। उसके बाद अन्य चार आरोपियों को भी इंदौर और ललितपुर से पकड़ा गया।
11 जून को सोनम समेत सभी पांच आरोपियों को शिलॉंग की अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस ने सभी के लिए 10 दिन की रिमांड की मांग की। कोर्ट ने 8 दिन की पुलिस हिरासत मंजूर की।
पुलिस अब सोनम और अन्य आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाकर अपराध की पुनर्निर्मिति (crime scene reconstruction) करेगी।
प्रेम, विश्वासघात या सुनियोजित साजिश?
जांच अधिकारियों का मानना है कि मामला सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या की साजिश है, जिसमें सोनम की भूमिका केंद्रीय हो सकती है। पति की हत्या के बाद फरार रहना और फिर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करना इस थ्योरी को और मजबूत बनाता है।
निष्कर्ष:
इंदौर निवासी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम हनीमून के लिए मेघालय गए थे, लेकिन 24 मई 2025 को दोनों लापता हो गए। 8 दिनों की खोज के बाद राजा का शव 100 फीट गहरी खाई से मिला। पुलिस को घटनास्थल से मोबाइल के पुर्जे और अन्य साक्ष्य भी मिले। मामला हत्या का निकला और पत्नी सोनम को मुख्य आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उन्हें और उनके चार साथियों को 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने मेघालय की छवि को गलत तरीके से पेश किए जाने पर मीडिया से माफी की मांग की है।
इंदौर का यह हनीमून जोड़ा, जिसने अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत के लिए मेघालय की वादियों को चुना था, अब एक दिल दहला देने वाले अपराध की मिसाल बन गया है। मेघालय की छवि को लेकर स्थानीय लोगों में भी नाराजगी है, क्योंकि इस केस को लेकर राज्य को “असुरक्षित पर्यटन स्थल” के रूप में प्रचारित किया गया।
यह घटना न केवल एक व्यक्ति की दुखद मृत्यु है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि प्यार, विश्वास और इंसानियत का क्या स्थान है जब रिश्तों के भीतर ही छिपी हो साजिश?