Jyoti Youtuber is A Spy? : हरियाणा के हिसार जिले की रहने वाली 34 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति रानी, जो ‘Travel With JO’ नाम से व्लॉगिंग करती थीं, अचानक देशभर में सुर्खियों में आ गई हैं। कारण है – जासूसी के आरोप। पुलिस ने उन्हें पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारियों से नजदीकियों, वहां के दौरे और संभावित गोपनीय सूचनाएं साझा करने के शक में गिरफ्तार किया है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि उन्होंने सैन्य या गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान को दी हों।

सोशल मीडिया, पाकिस्तान और जांच एजेंसियां के मकड़जाल में उलझी एक कहानी
व्लॉगर से जासूसी के आरोप तक: ज्योति रानी की कहानी
ज्योति के यूट्यूब चैनल पर 480 से ज्यादा वीडियो हैं और 3.97 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स। उनके वीडियो भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान, इंडोनेशिया, भूटान और चीन जैसे देशों में शूट किए गए हैं। उनका सबसे मशहूर वीडियो ‘Indian girl in Pakistan – Wagah Border to Panja Sahib via Lahore’ है, जिसे 1.3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है।
सामान्य सी जिंदगी से राष्ट्रीय सुरक्षा के सवालों तक (Jyoti Youtuber is A Spy ?)
हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन क्षेत्र में स्थित 500 वर्गफुट के घर में रहने वाली ज्योति, अपने पिता हरीश कुमार और चाचा खुशाल चंद के साथ रहती थीं। उनके कमरे की दीवारों पर अमेरिकी टीवी शो ‘FRIENDS’ का पोस्टर, दादा-दादी की तस्वीरें और एक पोस्टर “पीने के हैं चार दिन” जैसा संदेश मिलता है। उनका कमरा वैसा नहीं दिखता जैसा किसी फेमस यूट्यूबर का होता है।
पड़ोसी बताते हैं कि ज्योति बहुत कम घर पर दिखाई देती थीं। एक पड़ोसी ने कहा, “वो छह महीने में एक बार छत पर नजर आती थी, महिलाओं से कोई मेलजोल नहीं था।” ऐसे में उनकी गिरफ्तारी की खबर सबके लिए चौंकाने वाली थी।

पुलिस का केस और पाकिस्तान से संबंध
16 मई को हिसार पुलिस ने ज्योति रानी पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 की धारा 3 और 5 तथा भारतीय न्याय संहिता 2024 की धारा 152 के तहत FIR दर्ज की। FIR में बताया गया है कि ज्योति पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से 2023 में मिली थीं, जब उन्होंने पाकिस्तान जाने के लिए वीजा अप्लाई किया था। बाद में वह दो बार पाकिस्तान गईं, जहां दानिश के परिचित अली अहवान ने उनके लिए यात्रा और ठहरने की व्यवस्था की।
FIR के मुताबिक, ज्योति ने पाकिस्तान में शकिर और राणा शहबाज नामक दो अन्य व्यक्तियों से भी मुलाकात की और उनसे WhatsApp, Snapchat और Telegram के जरिए संपर्क में रहीं। शकीर का नंबर उन्होंने “जाट रंधावा” के नाम से सेव किया हुआ था।
हालांकि पुलिस ने अभी तक यह नहीं बताया है कि उन्होंने कोई संवेदनशील जानकारी साझा की है। न ही उनके किसी आतंकवादी संगठन से संपर्क का कोई प्रमाण मिला है।
सोशल मीडिया और पाकिस्तान का नैरेटिव (Jyoti Youtuber is A Spy?)
हिसार के एसपी शशांक कुमार सवान के मुताबिक, “ज्योति लंबे समय से केंद्रीय एजेंसियों की नजर में थीं। उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी एक ‘एसेट’ के रूप में तैयार कर रही थी।” उन्होंने बताया कि ज्योति का संपर्क अन्य यूट्यूबर्स से कराने की भी कोशिश की गई थी।
ज्योति ने हाल ही में पहलगाम (कश्मीर) का दौरा किया था, जहां 22 अप्रैल को आतंकियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या हुई थी। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या उस दौरे और हमले के बीच कोई संबंध है।
हालांकि ज्योति के पास सीधे सैन्य जानकारी नहीं थी, फिर भी जांचकर्ता मानते हैं कि पाकिस्तान के लिए छोटी-छोटी सूचनाएं भी मूल्यवान हो सकती हैं, खासकर जब हिसार और उसके पास वायुसेना अड्डे जैसे सैन्य प्रतिष्ठान मौजूद हों।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और संघर्ष
ज्योति के पिता हरीश कुमार का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी की गतिविधियों की कोई जानकारी नहीं थी। वह फर्नीचर पॉलिश का काम करते हैं और अब उम्र और स्वास्थ्य के कारण घर पर ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान ज्योति की नौकरी चली गई थी, तब उसने उनसे लैपटॉप मांगा था। ₹1 लाख खर्च कर के उन्होंने उसे लैपटॉप दिलाया।
हरीश कहते हैं, “जब वो घर पर होती थी तो दिन-रात वीडियो बनाती थी। लेकिन ज्यादातर समय दिल्ली में ही रहती थी।” उन्हें नहीं पता था कि वह पाकिस्तान गई है या सोशल मीडिया पर क्या पोस्ट कर रही है।
15 मई को पुलिस ने उनके घर पर छापा मारा, मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किया और ज्योति को गिरफ्तार कर लिया। पिता कहते हैं, “अब तो पत्रकारों के सवालों से मुझे बुखार आ गया है। खाना भी ठीक से नहीं खा पा रहा।”
जांच का दायरा और अन्य गिरफ्तारियां (Jyoti Youtuber is A Spy? )
हरियाणा सरकार ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने बताया कि “पाकिस्तान समर्थित ऑपरेटिव्स को लेकर जांच जारी है। कई यूट्यूब चैनलों की निगरानी की जा रही है।” नूंह से दो, कैथल और पानीपत से एक-एक युवक को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उड़ीसा की ट्रैवल व्लॉगर प्रियंका सेनापति की जांच भी हो रही है, जो ज्योति के संपर्क में बताई जा रही हैं। उनके परिवार के बैंक खातों की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर: नया खतरा? Jyoti Youtuber is A Spy?
पूर्व एनआईए स्पेशल डायरेक्टर नवनीत वासन कहते हैं कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स किसी देश की छवि और नैरेटिव को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर जब दो देश तनाव की स्थिति में हों। वे कहते हैं, “कई बार ये इन्फ्लुएंसर खुद नहीं जानते कि वे किन हाथों में खेल रहे हैं।”
जैसे-जैसे डिजिटल माध्यम मजबूत हो रहे हैं, सुरक्षा एजेंसियों को भी नए तरीकों से सावधान रहना पड़ रहा है। व्लॉगिंग के नाम पर सैन्य ठिकानों के आसपास शूटिंग, हनी ट्रैप, और भ्रामक नैरेटिव फैलाने जैसे खतरे लगातार बढ़ रहे हैं।
निष्कर्ष: क्या ज्योति वाकई दोषी हैं?
अभी तक ज्योति के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि उन्होंने देश विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया है। फिर भी, उनकी गिरफ्तारी ने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सोशल मीडिया पर स्वतंत्रता का दुरुपयोग हो रहा है?
एक पत्रकार कहते हैं कि “इस महिला के साथ अन्याय हो सकता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।” उनका मानना है कि मीडिया और पुलिस को बिना प्रमाण के नैरेटिव गढ़ने से बचना चाहिए।
अब देखना यह है कि न्यायालय में ज्योति के खिलाफ क्या सबूत पेश किए जाते हैं और क्या वे वास्तव में दोषी साबित होती हैं या नहीं।
Source: The Hindu
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