Prayagraj isauta Dalit Murder Case: हाल ही में प्रयागराज से एक बड़ी दुखद घटना सामने आयी है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के इसौटा गाँव में 13 अप्रैल को एक 35 वर्षीय दलित युवक देवी शंकर की अधजली लाश खुद के ही घर से 400 मीटर दूर मिली। दलित परिवार का आरोप है कि ये ह्त्या गाँव के ही ठाकुर समाज के लोगों ने की है। जिसमे युवक की गलती सिर्फ इतनी बताई जा रही है कि उसने बोझा उठाने से मना कर दिया था।
दलित युवक को मिली मौत
Prayagraj isauta Dalit Murder Case मृतक की माँ कलावती ने बताया कि उसके बेटे ने दिलीप सिंह के खेत में काम करने से मना कर दिया था जिसकी वजह से उसकी ह्त्या हुई है। 12 अप्रैल को लड़का खेत में काम कर के आया था। जिससे वो काफी थका हुआ था। इसी वजह से वो दिलीप सिंह के खेत में काम नहीं करना चाहता था।

उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था
Prayagraj isauta Dalit Murder Case उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को भारत सरकार काफी बार देश में एक मिसाल बनाने की कोशिश करती है जिसमे कुछ हद तक वो सफल भी होती है। मगर आजादी के इतने साल बाद भी और आरक्षण के इतने शक्ति शाली होने के बाद भी देश में होने वाली ये घटनाए समाज पर सवाल खड़े करती है।
ये कौनसे समुदाय है जो आज भी होश में नहीं आएं है और अगर नहीं आएं है तो इन्हे होश में लाने के लिए सरकार क्या करती है ? सरकार को अपना कीमती समय मंदिर मस्जिद के विवादों से निकाल कर समाज पर देना भी जरुरी है। अगर समाज ही सुरक्षित नहीं रह पाएगा तो किसी के अंदर से देशप्रेम कैसे जागेगा ?